आवाज उठ चुकी, अब नहीं दबेगी, हीरे के लिए पेड़ों की बलि नहीं चढ़ेगी!
बक्सवाहा के जंगल से लौटकर चंद्रभान सिंह लोधी की रिपोर्ट
दमोह : छतरपुर जिले के बकस्वाहा के आस पास के जंगलो को राज्य सरकार ने काटने का फैसला लिया है। सरकार का कहना है कि यहां के जंगलों में हीरा पाया गया है। जिसके कारण करीब 2.15 लाख पेड़ काटने पड़ेंगे। बकस्वाहा जंगल बचाने की मांग अब चारों तरफ से तेज हो चुकी है। इसी बीच कवि एंव लेखक चन्द्रभान सिंह लोधी स्वयं जंगल का भृमण करने पहुंचे। उन्होंने भी जंगल न काटने की सरकार से अपील की है। चन्द्रभान सिंह लोधी ने बताया कि आवाज तो अब उठ चुकी है जो कभी दबेगी नहीं, आज उसी जंगल गया जहा तथाकथित हीरे की खदान बताई जा रही है, और उसी की बजह से लाखों पेड़ कटने वाले हैं।
स्थानीय लोगों से बात की तो वह भी सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। श्री लोधी ने बताया कि कुछ लोग सरकार के इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं और जो जंगल बचाने की बात कर रहा है उन पर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लगाकर उनका हौसला तोड़ रहे है। लेकिन वो लोग कान खोलकर सुन ले जंगल को तो हर हाल में बचाएंगे। अभी तो हम लोग चार गए थे, फिर चार हजार भी ले जाने पड़े तो ले जाएंगे। चन्द्रभान सिंह लोधी समेत, आशिक मंसूरी, इकबाल खान, रूप सिंह जैसे युवा जंगल में रहने वाले लोगों की बात सुनने के लिए मौजूद रहे।