सलाह – सांप के काटने पर क्या करें और क्या ना करें !
दमोह : बारिश के मौसम में सर्पदंश की घटनाओं में लगातार इजाफा होता है। ऐसे में इस तरह की स्थिति निर्मित होने पर डॉक्टर द्वारा सलाह दी जा रही है। इस तरह की घटना घटित होने पर क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए। इसको लेकर डॉ त्रिवेदी ने बताया कि मरीज के परिजनों परिचितों को घटना के तुरंत बाद यह करना आवश्यक है तथा उसे तत्काल अस्पताल ले जाना उसके जीवन को बचाने वाला कदम है
सर्पदंश के बाद यह ना करें
डॉक्टर त्रिवेदी ने बताया कि सांप के काटने पर घाव के आसपास रस्सी न बांधें, ब्लेड से न काटें और पारम्परिक तरीकों का इस्तेमाल न करें और मुंह से खून न चूसें। ओझा, गुनिया के पास न जायें और अन्धविश्वास में न पड़े।
सर्पदंश के बाद यह करें
डॉक्टर त्रिवेदी ने बताया कि सांप काटने पर व्यक्ति को दिलासा दें और घटना के तथ्यों का पता लगायें। गीले कपड़े से डंक की जगह की चमड़ी को साफ करें, जिससे वहां पर लगा विष निकल जाये। सांप काटे व्यक्ति को करवट सुलायें, क्योंकि कई बार उल्टी भी होने लगती है, इसलिये करवट सुलाने से उल्टी श्वसन तंत्र में ना जाये। जहां पर सांप ने काटा है उस स्थान पर हल्के कपडे़ से बांध देवें, ताकि हिलना डुलना बंद हो जाये।
तत्काल अस्पताल लेकर जाएं
डॉक्टर त्रिवेदी ने बताया कि सांप काटे व्यक्ति को तत्काल नजदीकी अस्पताल ले जाने की व्यवस्था बनायें। सांप के काटने के जहर को मारने के लिये अस्पताल में निःशुल्क एंटी स्नेक इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन जिले के खंड स्तर के अस्पतालों में उपलब्ध है। डाक्टर द्वारा दी गई सलाह के अनुसार उचित उपचार करायें। सर्पदंश से बाचाव के लिए अंधेरे में न जायें। बिलों में हाथ न डालें। झाड़ियों में न जायें। पानी भरे गड्ढे में न जायें। पैरों में चप्पल और जूते पहनकर चलें।