यहां जाने के पहले पढ़ें, यहां जाने के लिए नहीं है रास्ता, रास्ता पार करें तो हालत हो जाती है खस्ता!
पोषण पुनर्वास केंद्र जाने नहीं है रास्ता दलदल से गुजरने मजबूर महिलाएं, दलदल में अस्पताल झूझ रहे मरीज और परिजन, अस्पताल परिसर में जलभराव जिम्मेदार नही दे रहे ध्यान।
आकिब खान / हटा : सिविल अस्पताल में जाने के लिए मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल के मुख्य द्वार से लेकर परिसर में अत्यंत कीचड़ एवं पानी भरा हुआ है। अस्पताल में आने वाले मरीज डॉक्टर एवं स्टाफ को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रास्ता कच्चा होने के कारण बारिश के मौसम में रास्ते पर हमेशा कीचड़, दलदल और पानी भरा रहता है। कई बार दोपहिया वाहनों के फिसलने के कारण मरीज गिरकर घायल हो जाते हैं।

नगर के पंकज फौजदार दीपक पटवा एवं देवांश तंतवाय ने बताया कि अस्पताल के कच्चे रास्ते को बनाने के लिए कई बार जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया। इलाज के लिए अस्पताल में आने बाले मरीज अस्पताल प्रबंधन को कोसते हुए बापिस लौट जाते हैं। अस्पताल पहुंचने में परेशानी होती है। हल्की सी बारिश में ही अस्पताल परिसर तालाब में तब्दील हो गया है।

बरसात के मौसम में अस्पताल में जलभराव की वजह से कीचड़ हो जाता है। पानी भरने के कारण लोग अस्पताल परिसर में आने से कतरा रहे हैं। वही हाल में ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसमे पाइप लाइन डाले जाने के लिए ठेकेदार द्वारा परिसर में खुदाई की गई थी।जिसका लेवल नही मिलाए जाने से पानी निकासी नही हो पा रही है।

बता दे कि परिसर में ही पोषण पुनर्वास केंद्र बना हुआ है। वार्ड में जाने के लिए महिलाओं को भारी परेशानी हो रही है। परिसर में जलभराव होने से अस्पताल के अंदर से होकर गुजरना पड़ रहा है। जलभराव के चलते न केवल मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, बल्कि चारों ओर पसरी गंदगी के चलते यहां भर्ती बच्चों को भी बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।
