आजीविका मिशन के कार्यक्रम का बैनर आखिर क्यों बदला गया ?
दमोह : आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मध्य प्रदेश आजीविका मिशन के माध्यम से एक कार्यक्रम का आयोजन दमोह जिला मुख्यालय पर किया गया। दमोह जिला मुख्यालय के जटाशंकर मानस भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भारत सरकार के केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण एवं जल शक्ति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस कार्यक्रम के दौरान आजीविका मिशन द्वारा की गई व्यवस्थाओं में अनेक खामियां नजर आई और वह खामियां मुख्य अतिथि महोदय को भी परेशान करती दिखी।
कार्यक्रम के पहले आखिर क्यों बदला गया पोस्टर –
इस आयोजन के लिए पहले मंच पर जो बैनर लगाया गया था, उसमें पूर्व विधायक और वर्तमान में एक बड़े पद एवं कद वाले नेता का नाम उस पोस्टर में लिखा गया था। लेकिन बाद में उस पोस्टर को बदलकर के नाम हटाकर नया पोस्टर लगा दिया गया। सूत्रों से मिली जानकारी और दिखाई गई फोटो के आधार पर यह स्पष्ट होता है कि पहले पोस्टर में जो मंच के पीछे लगाया गया था, उसे आनन-फानन में हटा दिया गया। मंच के पीछे लगे बैनर को किसके कहने पर बदला गया या फिर पहले से ही उस बैनर को गलत लगाया गया था। यह तो हम नहीं कह सकते, लेकिन पहले वाले बैनर में नाम होना और फिर हटाया जाना अनेक सवालों को जन्म तो देता ही है।

साउंड सिस्टम ने किया मंत्री जी को परेशान
आयोजन के दौरान तमाम अतिथियों के बोलने के पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री स्थानीय सांसद प्रहलाद सिंह पटेल समूह की महिलाओं से संवाद करने, भाषण देने के लिए पहुंचे। लेकिन यहां पर आयोजन करने वाले विभाग आजीविका मिशन के द्वारा की गई व्यवस्थाओं की खामियां नजर आई। जहां एक ओर मंच पर रखा गया माईक स्टैंड मंत्री जी के लिए छोटा पड़ता नजर आया। वही मंत्री जी स्वयं ही माइक को ठीक करने के लिए प्रयास करते नजर आए। इसके साथ ही साउंड सिस्टम की खामी के कारण मंत्री जी को एक नहीं अनेक बार आवाज ठीक करने के लिए कहना पड़ा। कुल मिलाकर मध्य प्रदेश आजीविका मिशन के इस कार्यक्रम के दौरान साउंड सिस्टम भी ठीक तरीके से नहीं लगाया गया था। जो आयोजकों की कार्य कुशलता पर सवाल भी खड़े करता है।जबकि इस मंच से स्व सहायता समूह की महिलाओं को करोड़ों रुपए की राशि यूं ही दे दी गई। ऐसे आयोजन में अव्यवस्थाओं के नजारे दर्शक दीर्घा में बैठे लोग करते नजर आए।