बागेश्वर धाम सरकार की दूरदृष्टि, भक्तों की पुकार पर दौड़े चले जाते हैं!
बागेश्वर धाम : रात के ११ बज रहे थे…..दरबार अपने चरम पर था…भक्तों का हुजूम मंदिर और बागेश्वर प्रांगण में अनवरत बना हुआ था….क़रीब ५-७ हज़ार लोग अभी भी गुरुदेव के दर्शन के लिए प्रतीक्षारत थे….अचानक गुरुदेव ने एक सेवक को बुलाया और कहा ‘’सारथी’’ को बोलो गाड़ी निकाले….हड़कम्प मच गया…सभी सेवक व्यवस्था में लग गए…सबको लगा महराज जी कही विसेष कार्य से बाहर जा रहे है….आजकल यज्ञ का कार्य चरम पर है गुरुदेव ना दिन को आराम कर रहे है ना सो रहे है जनहित में….गाड़ियों का क़ाफ़िला निकला…किसी को मालूम नहीं कहां जाना है…एक अतिप्रिय शिष्य ने साहस करके पूछा गुरुदेव कहाँ जा रहे है तो गुरुदेव ने चौंकाने वाले अन्दाज़ में कहा कोई मेन रोड पर मेरा इंतज़ार कर रहा है चलो…..क़रीब ७ किलोमीटर दूर अचानक गुरुदेव ने ड्राईवर को गाड़ी रोकने का आदेश दिया…सुनसान इलाक़ा…अंधेरी रात…वहाँ तीन लोग बैठे हुए थे रोड किनारे….गुरुदेव वहाँ जा कर बैठ गए….एक बुजुर्ग जो की ९० किलोमीटर से पैदल चलता आ रहा था तीन दिन से भूखा प्यासा….घर से लड़ कर पैदल चल पड़ा था…उससे मिलने गुरुदेव आए थे….सबसे मज़ेदार बात वो बुजुर्ग गुरुदेव को पहचानता तक नहीं था हाथ में झंडा बागेश्वर धाम का लिए हुए घर से निकल पड़ा था बाला जी सरकार और पूज्य गुरुदेव के दर्शन को….उसकी तबियत बिगड़ रही थी…गुरुदेव को ये आभाष हुआ और वो स्वम पहुँच गए दर्शन देने…सिर्फ़ दर्शन ही नहीं दिया उनके साथ बैठ कर आइसक्रीम भी खायी उन्हें खिलाया भी और उनके सभी दुःख दर्द को दूर भी कर दिया….सही कहा गया है अगर सच्चे मन से अपने भगवान को आप याद करिए भगवान खुद आपके पास चले आते है…ये प्रत्यक्ष उदाहरण है…..हमारे गुरुदेव कितने सरल अविरल प्रिय है इन तस्वीर से महसूस हो जाएगा…आपकी कृपा हम सब पर बनी रहे गुरुदेव….बोलिए प्रेम से बागेश्वर धाम सरकार की जय….
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से साभार …..