कोरोना वायरस और एक्टिव पॉजिटिव रोगी संख्या में कभी दूसरे क्रम पर रहा मध्यप्रदेश अब 15 वें क्रम पर !
भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समस्त कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि किल कोरोना अभियान में डोर टू डोर सर्वे में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की जांच के साथ ही मलेरिया और अन्य व्याधियों की पहचान कर रोगियों का इलाज सुनिश्चित करें. हर जिले में अधिकाधिक सेंपलिंग भी सुनिश्चित करें. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सर्वे से पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या निश्चित ही बढ़ेगी, लेकिन प्रत्येक रोगी को आवश्यक उपचार उपलब्ध करवाएं. प्रत्येक जिले में किल कोरोना अभियान में अधिक से अधिक सेंपलिंग कार्य हो और सार्वजनिक स्वछता और सोशल डिस्टेंसिंग के पहलुओं पर ध्यान दिया जाए. मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में प्रदेश में वीडियो कांफ्रेंस द्वारा कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे.
किल कोरोना अपडेटबैठक में जानकारी दी गई कि किल कोरोना अभियान में नागरिकों का भी सहयोग मिल रहा है. प्रदेश में शनिवार को शहरी क्षेत्र में 1776 और ग्रामीण क्षेत्र में 8975 सर्वे दलों ने कार्य किया. चार दिवस की अवधि में प्रदेश में मलेरिया के 399 प्रकरण भी सामने आए हैं. इन सभी का इलाज किया जा रहा है. शुक्रवार को अभियान में करीब 6000 सैंपल लिए लिए गए. अब तक अभियान के तहत 10 हजार 477 सैंपल लिए जा चुके हैं. शनिवार सर्वे में 61 लाख 54 हजार जनसंख्या कवर की गई. प्रदेश में कुल एक करोड़ 85 लाख लोगों की स्वास्थ्य सर्वे अभियान के अंतर्गत किया जा चुका है. समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी उपस्थित थे.मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पॉजिटिव रोगियों के कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य भी गंभीरता से होना चाहिए. इससे कम्युनिटी में कहीं भी वायरस स्प्रेड होने की आशंका को समाप्त करने में मदद मिलेगी. |
बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश एक्टिव प्रकरणों के लिहाज से शुरूआत में देश में दूसरे क्रम पर था. सघन प्रयासों से स्थिति में इतना सुधार हुआ है कि मध्य प्रदेश अब 15 वें क्रम पर है. इस दृष्टि से मध्यप्रदेश की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. पूर्व में मध्यप्रदेश दूसरे, तीसरे और चौथे क्रम पर था. प्रदेश में संचालित किल कोरोना अभियान में पॉजिटिव प्रकरण की जल्द पहचान होने से रोगी का समय पर मिले उपचार से जल्द स्वस्थ होने में मदद मिल रही है.
सागर, टीकमगढ़ और पन्ना की पृथक समीक्षा – मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सागर टीकमगढ़ और पन्ना जिलों में कोरोना की स्थिति की पृथक से समीक्षा की. सागर जिले की समीक्षा में बताया गया कि जिले में 24 फीवर क्लीनिक कार्य कर रहे हैं. कुल 76 कंटेनमेंट एरिया हैं. जिनसे करीब 28 हजार आबादी कवर हो रही है. जिले में कुल 368 सर्वे दल कार्य कर रहे हैं. लगभग 6 हजार व्यक्ति होम क्वॉरेंटाइन और 123 व्यक्ति संस्थागत क्वॉरेंटाइन में है. अभी जिले में एक्टिव केस की संख्या 90 है. इन सभी का स्वास्थ्य ठीक हो रहा है. उपलब्ध बिस्तर क्षमता का 20 प्रतिशत ही उपयोग हो रहा है. पन्ना जिले में 21 कंटेनमेंट क्षेत्र हैं. कुल 150 सर्वे दल कार्य कर रहे हैं. लगभग डेढ़ हजार व्यक्ति क्वारेंटाइन किए गए हैं. जिले में 8 फीवर क्लीनिक कार्य कर रहे हैं. 278 व्यक्तियों को फर्स्ट कांटेक्ट ट्रेसिंग में चिन्हित किया गया है. फीवर क्लीनिक में दिए गए 457 सैंपल में 11 पॉजिटिव पाए गए. टीकमगढ़ जिले के समीक्षा में बताया गया कि टीकमगढ़ में गत सप्ताह है 20 पॉजिटिव प्रकरण सामने आए जहां 10 कंटेनमेंट क्षेत्र करीब 4000 आबादी कवर कर रहे हैं. जिले में 193 सर्वे दल कार्य कर रहे हैं. लगभग डेढ़ सौ व्यक्ति क्वारंटाइन किए गए हैं. टीकमगढ़ जिले में 6 फीवर क्लीनिक कार्य कर रहे हैं.
