एकलव्य विश्वविद्यालय के मुक्ताकाश नाट्य शाला में मनाया गया बसंतोत्सव!
दमोह : माघ मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को विश्वविद्यालय परिसर स्थित मुक्ताकाश नाट्यशाला में बड़े धूम धाम के साथ बसंत पंचमी का उत्सव मनाया गया. इस अवसर पर समाज सेवी सिद्धार्थ मलैया, प्रति कुलाधिपति पूजा मलैया, कुलपति प्रो.पवन जैन, प्रति कुलपति प्रो.विवेक कोच्चर, कुलसचिव डॉ. प्रफुल्ल शर्मा के साथ साथ विभिन्न संकायों के प्रमुख, विभिन्न अध्ययन शालाओं के अध्यक्ष एवम छात्र छात्राओं की मौजूदगी रही.
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के पूजन से हुआ. साथ ही इस बसंतोत्सव में छात्र छात्राओं के साथ साथ शिक्षकों ने भी अनेक अनेक प्रस्तुतियां दी. कार्यक्रम के मध्य में विशिष्ट अतिथि सिद्धार्थ मलैया ने छात्र छात्राओं से वार्ता के दौरान कहा कि हमें अपनी भाषा, बोली और संस्कृति पर गर्व करना चाहिए. बुंदेली लोक संस्कृति को सहेजना हम सभी का दायित्व है. साथ ही उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें विभिन्न क्लबों के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाना है. इसी अवसर पर एकलव्य कला केंद्र का उद्घाटन भी पूजा मलैया के करकमलों द्वारा किया गया. स्वागत भाषण में कुलपति महोदय ने बसंत पंचमी के विभिन्न रहस्यों को उदघाटित किया. अंत में कुलसचिव द्वारा आभार व्यक्त किया गया.
इस अवसर पर सभी को पेन और प्रसाद वितरित किया गया. कार्यक्रम का संचालन एच. एन. तिवारी के द्वारा किया गया. इस आयोजन में शासन के निर्देशानुसार कोविड को संज्ञान में रखते हुए सामाजिक दूरी एवम मॉस्क के नियमों का पालन किया गया.